Protests erupt outside Kasba Police station as 3 arrested in alleged Kolkata college gang rape
चार्जशीट के अनुसार, नकद धनराशि कई बार अलग-अलग माध्यमों से हाथ बदली गई। खास बात यह है कि 'टोकन' के रूप में कागजी नोट का उपयोग किया गया, जिनके सीरियल नंबर मिलाकर लेनदेन पूरा किया जाता था।
प्राथमिक भर्ती घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने अदालत में अपनी पांचवीं पूरक चार्जशीट दाखिल की है। इस चार्जशीट में तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी की कंपनी लिप्स एंड बाउंड्स का नाम सामने आया है। ईडी ने आरोप लगाया है कि इस कंपनी के खातों में बिल्कुल हवाला कारोबार के स्टाइल में लेनदेन होता रहा है।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजी अभिषेक की इस कंपनी में भ्रष्टाचार के लिए परीक्षार्थियों से वसूले गए रुपये के लेनदेन के लिए 'टोकन' के रूप में इस्तेमाल किए गए कागजी नोटों के जरिए पैसे जमा किए गए। चार्जशीट के अनुसार, नकद धनराशि कई बार अलग-अलग माध्यमों से हाथ बदली गई। खास बात यह है कि 'टोकन' के रूप में कागजी नोट का उपयोग किया गया, जिनके सीरियल नंबर मिलाकर लेनदेन पूरा किया जाता था। यह धनराशि लिप्स एंड बाउंड्स के खातों में जमा होती थी।
उदाहरण के तौर पर अगर 10 रूपए का एक नोट लिया जाए तो उसे दो हिस्सों में फाड़ दिया जाता था। एक नोट उसके पास जाता था जो पैसे लेगा और एक नोट उसके पास रहता था जो देगा। लेनदेन के समय दोनों नोटों के सीरियल नंबर को मिलाकर पैसे लिए जाते थे। ठीक यही तरीका हवाला कारोबार में भी इस्तेमाल होता है।
चार्जशीट के 108वें पन्ने पर ईडी ने उल्लेख किया है कि हर्षवर्धन कोयान नामक व्यक्ति से पूछताछ के दौरान 'टोकन' के रूप में कागजी नोटों का इस्तेमाल किए जाने की जानकारी मिली। हर्षवर्धन 'कोयान सिक्योरिटीज प्राइवेट लिमिटेड' के निदेशक हैं। ईडी के अनुसार, मोहित अग्रवाल नामक व्यक्ति ने हर्षवर्धन की कंपनी को लिप्स एंड बाउंड्स से जोड़ा।
मोहित अग्रवाल, जिसे 'मिडलमैन' बताया गया है, ने लेनदेन के लिए दो व्यक्तियों - गणेश साव और मुकेश अग्रवाल - को जिम्मेदारी दी थी। ये दोनों कोलकाता के बीबादीबाग (डलहौसी) इलाके से नकदी इकट्ठा करते थे। चार्जशीट में कहा गया है कि नकद लेनदेन के लिए विशेष कागजी नोट का उपयोग होता था। जिनसे पैसे लेना होता, उन्हें नोट के सीरियल नंबर मोबाइल पर भेजे जाते। सीरियल नंबर मिलने के बाद लेनदेन पूरा किया जाता।